Jay Shah new ICC chairman: बार्कले के इस्तीफे के बाद, Jay Shah के ICC चेयरमैन बनने की अटकलें तेज़, सबसे युवा चेयरमैन बनने की संभावना
BCCI के सचिव Jay Shah के इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के चेयरमैन पद को संभालने की संभावना की खबरें तेज़ हो गई हैं। बुधवार को ‘The Age‘ की एक रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा ICC चेयरमैन ग्रेग बार्कले के तीसरे कार्यकाल के लिए दौड़ से बाहर होने के बाद शाह की उम्मीदवारी की अटकलें और तेज़ हो गईं। बार्कले का मौजूदा कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
इस घटनाक्रम के बीच ‘द एज’ ने दावा किया कि बार्कले ने एक $4.46 बिलियन डॉलर के विवाद के कारण अपने पद से इस्तीफा दिया है। यह विवाद ICC और उसके प्रमुख प्रसारण अधिकार धारक स्टार के बीच हुआ था। रिपोर्ट में दो अज्ञात सूत्रों का हवाला दिया गया है, जिन्होंने बताया कि मंगलवार की रात को शाह की उम्मीदवारी को लेकर चर्चाएँ हुईं।
Jay Shah को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड समेत अन्य फुल-टाइम सदस्यों का समर्थन प्राप्त हुआ है। हालांकि, अभी तक न तो शाह और न ही ICC ने इस मामले में आधिकारिक पुष्टि की है। ICC चेयरमैन के पद के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 अगस्त है।
ICC चेयरमैन का चुनाव 16 वोटों के आधार पर होता है, जिसमें अब साधारण बहुमत यानी 51% (9 वोट) की आवश्यकता होती है। इससे पहले चेयरमैन बनने के लिए दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होती थी। अगर 27 अगस्त तक एक से अधिक उम्मीदवार सामने आते हैं, तो चुनाव होगा और नए चेयरमैन का कार्यकाल 1 दिसंबर 2024 से शुरू होगा।
शाह ICC बोर्ड रूम में सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक माने जाते हैं। वह फिलहाल ICC की वित्त और वाणिज्यिक मामलों (एफ एंड सीए) उप-समिति के प्रमुख भी हैं और 16 मतदान सदस्यों में से अधिकांश का समर्थन उन्हें प्राप्त है।
यदि शाह ICC चेयरमैन बनने का निर्णय लेते हैं, तो वह इस पद पर पहुंचने वाले सबसे युवा व्यक्ति हो सकते हैं। 35 साल की उम्र में, वह ICC के इतिहास में सबसे कम उम्र के चेयरमैन बन सकते हैं। इससे पहले भारतीयों में जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर ने ICC की अध्यक्षता की है।
Jay Shah का BCCI में एक साल का कार्यकाल अभी बाकी है, जिसके बाद वह 2025 में तीन साल के कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाएंगे। BCCI के संविधान के अनुसार, एक अधिकारी छह साल तक पद पर रह सकता है, जिसके बाद तीन साल का अनिवार्य कूलिंग ऑफ पीरियड होता है। कुल मिलाकर, एक व्यक्ति राज्य संघ और BCCI दोनों में 18 साल तक पद पर रह सकता है।