Ajmer Sex Scandal: अजमेर के बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल में दोषियों को सजा
अजमेर के बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल में जिला अदालत ने 32 साल बाद छह दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही, अदालत ने दोषियों पर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इस मामले को भारत के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल्स में से एक माना जाता है, जिसमें 100 से अधिक लड़कियों को शिकार बनाया गया था।
दोषियों के नाम और उनकी सजा:
– नफीस चिश्ती
– नसीम उर्फ तार्जन
– सलीम चिश्ती
– इकबाल भाटी (दिल्ली से एंबुलेंस में लाया गया)
– सोहिल गनी
– सैयद जमीर हुसैन
इन सभी दोषियों को अदालत ने उम्रकैद की सजा दी है।
मामले की मुख्य बातें:
- 32 साल पुराना मामला: यह मामला 1992 का है, जब अजमेर में एक संगठित गिरोह ने 100 से अधिक लड़कियों को अपने जाल में फंसाया था।
- लड़कियों की उम्र: पीड़ित लड़कियों की उम्र 11 से 20 साल के बीच थी, और वे अजमेर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में पढ़ती थीं।
- फार्महाउस पर बुलाया: आरोपियों ने लड़कियों को एक फार्महाउस पर बुलाकर उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें खींचीं और बाद में उनके साथ दुष्कर्म किया।
- चार्जशीट और सुनवाई: आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट 23 जून 2001 को पेश की गई थी। इस साल जुलाई में सुनवाई पूरी हुई और अब अदालत ने अपना फैसला सुनाया।
- अन्य आरोपियों की स्थिति: इस मामले में कुल 18 लोग आरोपी थे। कुछ दोषियों को पहले ही सजा हो चुकी है या वे बरी हो चुके हैं।
न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:
यह फैसला पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस ऐतिहासिक फैसले ने एक बार फिर इस संवेदनशील मामले को सबके सामने लाकर खड़ा कर दिया है।
अजमेर सेक्स स्कैंडल का यह फैसला न केवल पीड़ितों के लिए न्याय की राह आसान करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कितने भी साल बीत जाएं, अपराधी कानून के शिकंजे से नहीं बच सकते।