Night Protest : Justice for Tilottoma के लिए फ़िर जागा "Bengal"

West Bengal : RG Kar Medical College में हुई हृदयविदारक घटना के बाद, बंगाल में विरोध की लहर लगातार बढ़ती जा रही है। 4 सितंबर की रात कोलकाता और नादिया सहित कई जगहों पर “Justice for Tilottoma” की खातिर  “We Want Justice” के नारों के साथ कैंडल मार्च निकाला गया। बड़ी संख्या में नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं, ने इस विरोध में भाग लिया। इस विरोध ने यह साफ कर दिया है कि जनता अभी भी न्याय की मांग के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और इस घटना के इतने दिन बाद भी उनके अंदर का गुस्सा शांत नहीं हुआ है।

नदिया के Payradanga में लगे “We Want Justice” नारे :

 

हाल ही में West Bengal सरकार द्वारा पारित Aparajita Bill, जो महिला सुरक्षा को मजबूत करने का दावा करता है, इस विरोध के संदर्भ में और भी सवाल खड़े करता है। क्या यह कानून पर्याप्त है, या यह महज एक कागजी कार्रवाई है? लोगों का मानना है कि जब तक न्याय और सुरक्षा के मुद्दों को सही मायनों में हल नहीं किया जाएगा, तब तक ऐसे विरोध जारी रहेंगे।

फ़िर जागा "Bengal" : Justice for Tilottoma के नाम पर अब भी संघर्ष जारी
Victoria Memorial के आगे कैंडल जलाते लोग

Chandannagar में भी दिखा लोगों का हुजूम :

 

महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए, यह विरोध इस बात का संकेत है कि जनता अब केवल शब्दों से संतुष्ट नहीं है। उन्हें ठोस कार्रवाई चाहिए और तुरंत चाहिए। अगर सरकार इस विरोध को अनदेखा करती है, तो यह और भी बड़ा रूप ले सकता है। अब देखना यह है कि सरकार इस विरोध को किस प्रकार से संभालती है और क्या वह महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित कर पाती है या नहीं।

हर तरफ न्याय की उम्मीद में जागते लोगों ने यह साबित कर दिया की ये सच-मुच सुभाष चंद्र बोस का बंगाल है। Bengal के अन्य जगहों पर किस तरह से लोगों ने “Justice for Tilottoma” के लिए अपना समर्थन दिया, नीचे देखें :

 

फ़िर जागा "Bengal" : Justice for Tilottoma के नाम पर अब भी संघर्ष जारी

 

 

 

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