मईयां सम्मान योजना के तहत 50 लाख महिलाओं को मिलेगा हर महीने 1 हजार रुपये
दुमका में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बड़ी घोषणा करते हुए राज्य के गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों का बिजली बिल का पुराना बकाया माफ करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जिनका इनकम टैक्स नहीं कटता, उनका बकाया बिजली बिल माफ किया जाएगा। इस घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार और भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने 2019 में सत्ता संभाली, और फिर कोरोना जैसी भयानक महामारी आई, जिससे लाखों मजदूर अन्य राज्यों में फंसे रह गए। उन्होंने दावा किया कि उसी समय उन्होंने राज्य के लोगों को सुरक्षित घर वापस लाने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा, “महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हमने मईयां सम्मान योजना शुरू की है, जिसके तहत 50 लाख महिलाओं को हर महीने 1 हजार रुपये दिए जाएंगे।”
उन्होंने केंद्र सरकार पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने मुफ्त गैस सिलेंडर बांटकर लोगों को लत लगाई, और अब गैस सिलेंडर की कीमत 1200-1500 रुपये कर दी है। इसके विपरीत, हेमंत सोरेन ने राज्य के गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्गों को स्वावलंबी बनाने की बात कही।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य के गरीबों को आवास देने के लिए आवश्यक धनराशि नहीं दी, लेकिन उनकी सरकार ने 20 लाख लोगों को आवास देने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में अगले 5-6 वर्षों में ऐसा कोई गरीब नहीं बचेगा जिसके पास अपना घर नहीं होगा।
साथ ही, उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह राज्य में रोजगार के अवसरों को खत्म कर रही है। हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने 20,000 से अधिक नौकरी दी हैं, और 35,000 से ज्यादा नियुक्तियां प्रक्रिया में हैं, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता उनकी योजनाओं को कोर्ट में चुनौती देते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के मूलवासी और आदिवासियों को नौकरी देने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन भाजपा इसमें भी रोड़ा अटका रही है।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि राज्य में गरीबों का बिजली बिल बकाया माफ करने का निर्णय लिया गया है, जो एक बड़ा राहत पैकेज साबित होगा।