Jharkhand: आक्रोश रैली में भाजपाईयों पर पुलिस ने बरसाये थे वॉटर कैनन और आँसू गैस, अब भाजपा भी आंदोलन के मूड में, शनिवार को सभी जिलों के एसपी ऑफ़िस के बाहर भाजपाई करेंगे पुतला दहन, प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष ने किया ऐलान…
रांची – झारखंड भाजपा ने राज्य सरकार की तानाशाही के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को प्रदेशभर के सभी जिलों के एसपी कार्यालयों और थानों के सामने राज्य सरकार का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कदम का ऐलान भाजपा के वरिष्ठ नेता अमर बाउरी ने प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान किया।
राज्य सरकार की नाकामियों पर भाजपा का गुस्सा
अमर बाउरी ने कहा, “झारखंड की मौजूदा सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है। 5 लाख नौकरियों, बेरोजगारी भत्ते, संविदा कर्मियों के स्थायीकरण और कई अन्य वादों के साथ सरकार ने जनता को धोखा दिया है। आज का दिन राज्य के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है।”
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हुई ज्यादतियों पर फूटा गुस्सा
श्री बाउरी ने जोर देकर कहा कि झारखंड सरकार ने पुलिस को अपना हथियार बनाकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया। “आपने देखा कि कैसे कल से ही पूरे राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और बेरिकेड्स लगाए गए। पुलिस ने मोराबादी मैदान के आसपास कटीले तारों से घेराबंदी की, मानो हम आतंकवादी हों। शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने के लिए जिस तरह से पुलिस ने लाठियां भांजी, वह जलियांवाला बाग की याद दिलाता है,” उन्होंने कहा।
भाजपा करेगी न्यायिक जांच की मांग
भाजपा ने राज्य सरकार और पुलिस के खिलाफ आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है। बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में भाजपा न्यायिक जांच की मांग करेगी और सरकार के तानाशाही रवैये के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए तैयार है।
कल का कार्यक्रम: पुतला दहन
भाजपा ने शनिवार को राज्य के सभी जिलों में एसपी कार्यालयों और थानों के सामने राज्य सरकार के पुतले जलाने का निर्णय लिया है। प्रदेश मीडिया सह प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह ने भी इस निर्णय की पुष्टि की और कहा कि सरकार के खिलाफ भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।
मुख्य बिंदु:
- झारखंड भाजपा का राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश
- शनिवार को सभी जिलों में एसपी कार्यालयों के सामने पुतला दहन
- सरकार के वादों को लेकर भाजपा का हमला
- भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर कड़ी आलोचना
- न्यायिक जांच की मांग और आंदोलन की योजना
इस कार्यक्रम के जरिए भाजपा राज्य सरकार को उसकी तानाशाही का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है, और इस संघर्ष में पीछे हटने का कोई इरादा नहीं रखती।