– चंपाई सोरेन पर नजर रखने का बड़ा खुलासा: हिमन्ता बिश्वा सरमा का गंभीर आरोप
– Jharkhand में संविधानिक पदों का हो रहा दुरुपयोग; झारखंड में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने व्यक्त की तीख़ी प्रतिक्रिया
– 30 अगस्त को Jharkhand जाकर राज्यपाल को अवगत कराएंगे सरमा
नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मंत्री चंपाई सोरेन पर झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के दो ऑफिसर नजर रख रहे थे। उन्होंने यह आरोप लगाया कि सोरेन का हर कदम फॉलो किया जा रहा था, और उनका फोन भी ट्रैप किया जा सकता है।
हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चंपाई सोरेन जब दिल्ली गए थे, तब दोनों ऑफिसर उनके साथ दिल्ली पहुंचे और ताज होटल में उनके साथ ही रुके। दोनों बार जब चंपाई सोरेन दिल्ली गए थे, तब ये ऑफिसर लगातार उनका पीछा कर रहे थे। उन्होंने खुलासा किया कि इन ऑफिसर्स को दिल्ली पुलिस ने ताज होटल में फोटो खींचते हुए पकड़ लिया और हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्हें चंपाई सोरेन को फॉलो करने का आदेश स्पेशल ब्रांच के एडीजीपी प्रभात कुमार ने दिया था।
सरमा ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और संविधान के खिलाफ है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या चंपाई सोरेन कोई नक्सली हैं, जिन पर इस तरह की निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड के कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद सोरेन की प्राइवेसी का उल्लंघन किया जा रहा है, जो एक बड़ा संवैधानिक मुद्दा है। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि वह 30 अगस्त को झारखंड जाएंगे और इस मामले को राज्यपाल के सामने उठाएंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस और जेएमएम को भी आड़े हाथों लिया, जिन्होंने प्राइवेसी पर हमला कर संविधान का उल्लंघन किया है। सरमा ने चेताया कि यह मामला देश में सबसे बड़ा सर्विलांस केस बन सकता है, और इसकी जांच की जानी चाहिए।
झारखंड के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने भी मामले में तीख़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए झारखंड सरकार की नियत और मंशा पर सवाल खड़े किया। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल X पर इस कृत्य को बेहद सनसनीखेज और संविधान विरोधी कृत्य बताया। बाउरी ने कहा कि “ऐसा तो मुग़ल काल में होता था जब लोग सत्ता के लिए अपने सगे सम्बन्धियों तक की बलि चढ़ाने को तैयार रहते थे। सवाल उठाया कि, क्या झारखण्ड में एक परिवार “संविधान व संस्थानों” से भी बड़ा हो गया है?