Jodhpur Rape News: जोधपुर में 3 वर्षीय बच्ची से दरिंदगी का मामला, आरोपी ने टॉफी का लालच देकर किया रेप
राजस्थान के जोधपुर से एक बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक 3 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी की गई। यह घटना शहर के एक इलाके में तब घटी जब बच्ची अपनी मां के साथ मंदिर के बाहर सो रही थी। आरोपी ने बच्ची को उठाकर उसके साथ बलात्कार किया, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
घटना का विवरण
रात के समय जब बच्ची अपनी मां के साथ मंदिर के बाहर सो रही थी, तभी एक शख्स ने उसे टॉफी दिलाने का बहाना बनाकर बहला-फुसलाकर उठा लिया। आरोपी ने बच्ची को एक सुनसान जगह पर ले जाकर अपनी हवस का शिकार बनाया। घटना की जानकारी तब सामने आई जब सुबह एक चारा बेचने वाली महिला ने बच्ची को अचेत हालत में देखा और परिजनों को इसकी सूचना दी। बच्ची के शरीर से खून बह रहा था और उसके होंठों पर काटने के निशान थे, जिससे यह साफ हो गया कि उसके साथ कितनी बर्बरता की गई है।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिसमें आरोपी बच्ची को गोद में ले जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी की तलाश शुरू की और कुछ ही समय में उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना को लेकर राज्य में राजनीतिक माहौल भी गर्म हो गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर गहरा दुःख जताया और कहा, “जोधपुर में 3 वर्ष की मासूम बालिका के साथ बलात्कार की घटना झकझोर देने वाली है।” उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि इस अमानवीय कृत्य से जनता में गहरा रोष है और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “जोधपुर में मासूम बच्ची के साथ हैवानियत समाज और सिस्टम पर कलंक है।” उन्होंने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा की कमी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में लगातार बढ़ रही रेप की घटनाएं आम आदमी को हिला कर रख रही हैं, और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
जनता में आक्रोश
इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। लोगों में आक्रोश है और वे इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। जनता ने दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि समाज में मासूम बच्चों की सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है और कानून व्यवस्था को और भी सख्त करने की आवश्यकता है।