Vinesh Phogat की रोमांचक जीत: Yui Susaki की अविजित यात्रा का अंत
ओलंपिक्स 2024: भारतीय पहलवान का अद्भुत प्रदर्शन
Vinesh Phogat ने ओलंपिक्स 2024 में 50 किलोग्राम कुश्ती श्रेणी में एक ऐतिहासिक विजय हासिल की। उन्होंने जापान की चार बार की विश्व चैंपियन युई सुशाकी को हराकर न केवल खुद को क्वार्टरफाइनल में पहुंचाया, बल्कि सुशाकी की अब तक की अविजित यात्रा को भी खत्म कर दिया। सुशाकी ने अपने करियर में अब तक 82 मुकाबले जीते थे, लेकिन विनेश की इस जीत ने उनकी जीत की श्रृंखला को तोड़ दिया। यह विजय न केवल विनेश के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है।
मैच की रोमांचक कहानी
विनेश फोगाट मैच के पहले दौर में 0-2 से पिछड़ रही थीं। लेकिन अंतिम सेकंडों में उन्होंने जोरदार वापसी करते हुए 3-2 से मैच जीत लिया। इस जीत के साथ ही उन्होंने ओलंपिक्स के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई।
चार बार की विश्व चैंपियन युई सुशाकी को हराना
सुशाकी, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कभी भी मैच नहीं हारा था, उनकी यह पहली हार थी। यह विनेश की करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। इस जीत ने उन्हें सेमीफाइनल में पहुंचा दिया, जहाँ उन्होंने यूक्रेनी पहलवान ओक्साना लिवाच को 2-0 के अंतर से हराया।
विनेश का सफर: संघर्षों से सफलता तक
विनेश का यह सफर बहुत ही कठिन रहा है। पिछले सालों में उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने महासंघ पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनके ओलंपिक क्वालीफायर में भाग लेने से रोकने की कोशिश की। इसके अलावा, विनेश ने डोपिंग के मामले में फंसाए जाने की आशंका भी जताई थी।
प्रदर्शन और विरोध की कहानियाँ
विनेश फोगाट ने केवल मैट पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी संघर्ष किया है। उन्होंने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद उन्होंने और उनके साथियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। विनेश के अनुसार, उनके इस विरोध के कारण ही उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
विनेश फोगाट की करियर यात्रा
विनेश फोगाट का जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गांव में हुआ था। उन्होंने अपने पिता और चाचा से कुश्ती की बारीकियाँ सीखीं। 2014 में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद उन्होंने 2018 एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीता। उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में क्वार्टरफाइनल तक पहुंचना था।
विनेश की भविष्य की चुनौतियाँ
विनेश का अगला मुकाबला क्यूबा की युसनेयलिस गुज़मैन लोपेज़ या लिथुआनिया की गाबिजा डिलाइट से होगा। यह मुकाबला रात 10:25 बजे IST से शुरू होगा।
विनेश फोगाट की यह जीत न केवल उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उन सभी संघर्षों और चुनौतियों का परिणाम है जिनसे उन्होंने पार पाया है। उनकी कहानी न केवल एक पहलवान की है, बल्कि एक योद्धा की भी है, जिसने हर मुश्किल का सामना करते हुए जीत हासिल की है।
इस जीत के बाद, भारतीय पहलवानों और खेल प्रेमियों के लिए यह एक प्रेरणा का स्रोत बन गई है। विनेश की यह यात्रा दिखाती है कि सच्ची मेहनत और आत्मविश्वास के साथ किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।